पनीर जलेबी: स्वाद बेजोड़ बढ़ रहे दीवाने
बाजार में दूध, खोवा, मेवा और बेसन से तमाम मिठाइयां बनाई और बेची जाती हैं, लेकिन गरमागरम जलेबी की बात ही निराली है। इसका नाम सुनते ही हर किसी का जी ललचाने लगता है। मैदा की जलेबी तो प्रायः सभी होटल, ढाबे और चाय की दुकानों पर मिल जाती है, लेकिन जलेबी पनीर की हो तो क्या कहने। बस्ती जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर फोरलेन पर कप्तानगंज कस्बे में श्री स्वीट हाउस पर पनीर से तैयार जलेबी के बेजोड़ स्वाद के बड़े दीवाने हैं। इस जलेबी का स्वाद लेने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं। खाने के बाद घर भी ले जाते हैं। प्रतिदिन यहां करीब दस किलो पनीर की जलेबी बिक जाती है।
इंटरनेट मीडिया में छाई कप्तानगंज की पनीर जलेबी: दुकानदार संजय मोदनवाल बताते हैं कि स्वाद की वजह से लोग बिना मोल-तोल किए जलेबी खरीदते हैं। जलेबी बीस रुपये प्रति पीस और तीन सौ रुपये किलो है । एक दिन पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के लोग दुकान पर आए। जलेबी का स्वाद अच्छा लगा तो इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर दिया। तब से इसे लाइक करने की होड़ सी लगी है। दिन ब-दिन इसकी मांग बढ़ रही है। ब्लाक, थाना और अस्पताल के कर्मी तो नियमित ग्राहक बन गए हैं।
संजय की पनीर जलेबी की दुकान |
दुकान चल गई तो बहुतों को मिल गया काम : संजय बताते हैं कि दो साल पहले की बात है। परिवार के साथ राजस्थान घूमने गए थे। वहीं पर पनीर की जलेबी देखी और स्वाद चखा था। लौटने पर इसे अपनी दुकान पर बनाने की तैयारी में जुट गए। कारीगर अशर्फी लाल की मदद से शुरुआत की। पहले एक किलो पनीर की जलेबी बनवाई, जिसने स्वाद चखा, वह दीवाना हो गया। ग्राहक बढ़ने लगे। अब दुकान पर पुत्र शुभम के अलावा कोमल, मनीष, मुन्ना, अशोक, राम छैल, सहित आधा दर्जन लोग काम करते हैं।